Friday, July 11, 2025
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आदमपुर एयरबेस पर हमले पर जारी चीनी सैटेलाइट तस्वीरों में भी पाकिस्तान की खुली पोल, S-400 को टच तक नहीं तक पाए दुश्मन के विमान

आदमपुर एयरबेस पर हमले पर जारी चीनी सैटेलाइट तस्वीरों में भी पाकिस्तान की खुली पोल, S-400 को टच तक नहीं तक पाए दुश्मन के विमान

बीजिंग/इस्लामाबाद: पाकिस्तान लगातार दावा करता आ रहा है कि उसने भारत के आदमपुर एयरबेस को निशाना बनाया है। जबकि भारत और दुनिया की जिन प्राइवेट एजेंसियों ने सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं, उनसे पता चलता है कि आदमपुर एयरबेस को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। अब चीन की तरफ से भी सैटेलाइट तस्वीरें जारी की गई हैं, जिनमें भी की ही पोल खुली है। चीन ने भारत पाकिस्तान संघर्ष विराम के बाद आदमपुर एयरबेस की कुछ तस्वीरें जारी की हैं। ये तस्वीरें 12 मई 2025 की हैं। इन सैटेलाइट तस्वीरों को पाकिस्तान की सेना के पब्लिक रिलेशन विभाग यानि ISPR ने शेयर किया है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि चीनी सैटेलाइट की तस्वीरों में भी सिर्फ कुछ गाड़ियों के निशान ही मिले हैं। चीनी तस्वीरों से ही पता चलता है कि पाकिस्तान के हमले में आदमपुर एयरबेस को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। जिससे एक बार फिर से साबित हो गया है कि पाकिस्तान कैसे झूठ पर झूठ बोल रहा है। आपको बता दें कि आदमपुर भारत की पश्चिमी वायु रक्षा का केंद्र है। 7 मई की रात को जब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ हमला किया, तब भी आदमपुर एयरबेस से भारतीय लड़ाकू विमानों की उड़ान की आवाज सुनी जा सकती थी। यह एयरबेस भारत-पाकिस्तान सीमा से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर है और 1965 और 1971 के युद्धों के दौरान भारतीय वायुसेना के भाले की नोक रहा है। आदमपुर एयरबेस, पाकिस्तान के अंदर मौजूद आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक करने में एक लॉन्च पैड की तरह काम करता है। यहीं से लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरकर पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर हमले किए थे।आदमपुर एयरबेस से क्यों परेशान रहता है पाकिस्तान?आदमपुर एयरबेस ने और भारत के डिफेंस के बीच एक मजबूत दीवार खड़ी कर दी है। यूरेशियन टाइम्स से बात करते हुए इलाके के लोगों ने 7 मई के बारे में बात करते हुए कहा कि वो छतों पर बैठकर चीजों को देख रहे थे। उन्होंने इसे दीवाली की तरह नजारा बताया। रिपोर्ट्स के मुताबिक 7 मई की रात को ड्रोन की लहर की पहली खेप देखी गई, जिनमें से ज्यादातर बिना हथियार वाले थे। लेकिन इनका मकसद आदमपुर एयरबेस में भारत के डिफेंस सिस्टम को खत्म करवा था। लेकिन एडवांस L70 तोपें, ZSU-23 शिल्का, MANPADS ने तमाम ड्रोन्स को मार गिराए। आदमपुर की सुरक्षा की दूसरी परत में स्पाइडर, OSA-AK और पिकोरा जैसी कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल डिफेंस सिस्टमशामिल थी, जो पूरे क्षेत्र में बिजली संयंत्रों और बांधों जैसे रणनीतिक प्रतिष्ठानों की रक्षा करती हैं।इसके बाद मध्यर रेंज की भारत-इजरायल की बराक-8 और स्वदेशी रूप से विकसित आकाश मिसाइल प्रणाली जैसे मध्यम दूरी के SAM शामिल थे। वे ज्यादा दूर से आने वाले खतरों से रक्षा करते हैं। सबसे बाहरी परत में रूसी मूल के S-400 ट्रायम्फ से रक्षा की जाती है। आदमपुर एयर बेस इन रूसी मूल के SAM का घर रहा है। आदमपुर में 8 मई की रात पाकिस्तान ने उत्तर में लेह से लेकर पश्चिम में सर क्रीक तक 36 जगहों पर 300-400 ड्रोन छोड़े थे। लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने तमाम ड्रोन को मार गिराया। 9 मई की सुबह तक सोशल मीडिया पर यह खबर छा गई की पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों द्वारा दागी गई कई चीनी पीएल-15ई लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें नाकाम हो गई हैं। इनमें से एक आदमपुर से लगभग 20 किलोमीटर दूर होशियारपुर में मिली थी। एस-400 की वजह से पाकिस्तान के पायलटों को काफी कम ऊंचाई पर उड़ान भरने के लिए मजबूर होना पड़ा और आदमपुर के पास किसी भी फाइटर जेट ने आने की हिम्मत नहीं की।

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