ईरानी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया
ईरान के विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि के शीर्ष राजनयिकों ने आपस में फोन पर बात की। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराघाची से बात की। यह बातचीत शुक्रवार दोपहर को हुई। बातचीत में दोनों देशों के संबंधों पर चर्चा हुई। इसके साथ ही, क्षेत्र में हो रही घटनाओं पर भी बात हुई। यह घटनाएं इजरायल और अमेरिका द्वारा ईरान पर किए गए हमलों के बाद हुई।
इजरायल और अमेरिका को जवाबदेह ठहराने की मांग
इस बातचीत में अराघाची ने ईरान-इजरायल के बीच जंग के बाद वर्तमान स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजरायल और अमेरिका को जवाबदेह ठहराना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन दोनों ने ईरान की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के खिलाफ स्पष्ट आक्रमण करके इंटरनेशनल कानून और नियमों का उल्लंघन किया है।
जयशंकर ने युद्धविराम का स्वागत किया
ईरान के विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने युद्धविराम का स्वागत किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे क्षेत्र में तनाव कम होगा। उन्होंने राजनयिक परामर्श के लिए ईरान को धन्यवाद दिया। उन्होंने दोनों देशों के बीच कांसुलर सहयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए ईरान के प्रयासों की सराहना की। जयशंकर ने कहा कि वह इस बात से खुश हैं कि दोनों देश इस मामले में मिलकर काम कर रहे हैं।