‘कांग्रेस की वजह से जाति जनगणना पर झुके थे मोदी’
उन्होंने एक्स पर कहा कि ‘2026 के आखिर या 2027 की शुरुआत में 16वीं जनगणना होने वाली है। इसका सरकारी नोटिफिकेशन आ गया है। लेकिन ये नोटिफिकेशन कुछ खास नहीं है। इसमें वही बातें हैं जो पहले 30 अप्रैल, 2025 को बताई गई थीं। कांग्रेस पार्टी लगातार की मांग कर रही थी। इसी वजह से पीएम को ये मांग माननी पड़ी। पहले पीएम ने कांग्रेस नेताओं को ” कहा था, क्योंकि वे ये मांग कर रहे थे। मोदी सरकार ने संसद और सुप्रीम कोर्ट दोनों जगह जाति जनगणना का विरोध किया था। लेकिन सरकार ने 47 दिन पहले इसकी घोषणा कर दी।’
’16वीं जनगणना में जाति को शामिल करने पर साइलेंट’
रमेश ने कहा, ‘आज जो सरकारी नोटिफिकेशन आया है, यह जनगणना में जाति को शामिल करने पर साइलेंट है। क्या ये सरकार का एक और यू-टर्न है? या फिर सरकार बाद में इस बारे में जानकारी देगी?’ कांग्रेस पार्टी का मानना है कि 16वीं जनगणना में तेलंगाना मॉडल को अपनाना चाहिए। कांग्रेस चाहती है कि जनगणना में जाति के अनुसार विस्तृत आंकड़े हों।नोटिफिकेशन में लिखा है, ‘जनगणना के लिए संदर्भ तिथि 1 मार्च, 2027 का 00.00 बजे होगा। यह नियम लद्दाख और जम्मू और कश्मीर और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बर्फ से ढके गैर-समकालिक क्षेत्रों पर लागू नहीं होगा।’ लद्दाख और जम्मू और कश्मीर और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बर्फ से ढके क्षेत्रों के लिए संदर्भ तिथि 1 अक्टूबर, 2026 का 00:00 बजे होगी। इसका मतलब है कि इन क्षेत्रों में जनगणना पहले शुरू होगी। (पीटीआई इनपुट के साथ)