अहमदाबाद: केंद्र सरकार ने गुजरात के डीजीपी देने का फैसला किया है। सहाय 30 जून सेवानिवृत्त हो रहे थे। गांधीनगर स्थित पुलिस भवन में उनकी विदाई की तैयारियां भी की गई थीं लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देर शाम उनके कार्यकाल को बढ़ाने का फैसला लिया। इसके बाद विदाई कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय से जारी आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने जनहित में विशेष मामले के रूप में एआईएस (डीसीआरबी) नियम, 1958 के नियम 16(1) में छूट देते हुए विकास सहाय आईपीएस (GJ:1989), पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), गुजरात को उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि यानी 30 जून 2025 से छह महीने की अवधि के लिए सेवा विस्तार देने के गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।दिसंबर के अंत तक रहेंगे डीजीपी मूलरूप से बिहार के रहने वाले विकास सहाय अब दिसंबर, 2025 तक डीजीपी के तौर पर कार्यरत रहेंगे। इसके बाद आगे नए डीजीपी का फैसला होगा। सहाय 1 फरवरी 2023 को गुजरात के डीजीपी बने थे। तब उन्होंने आशीष भाटिया की जगह ली थी। आशीष भाटिया को सरकार ने दो एक्सटेंश दिए थे। पहल एक्टेंशन दो महीने और फिर दूसरा एक्सटेंशन आठ महीने तक था। वह 31 जनवरी को रिटायर हुए थे। इस पहले गुजरात के डीजीपी रहे शिवानंद झा को तीन एक्सटेंशन मिले थे। गुजरात के डीजीपी की दौड़ में आईपीएस मनोज अग्रवाल, आईपीएस शमशेर सिंह के अलावा के एल एन राव और नीरजा गोतरू थीं। विकास सहाय को एक्सटेंशन मिलने के साथ नए डीजीपी की चर्चाओं पर विराम लग गया है। विकास सहाय एक्सटेंशन पाने वाले गुजरात के चौथे डीजीपी हैं।