हमले की आशंका थी, इसलिए ईरान ने पहले ही ठिकाना ढूंढ लिया
डॉ. नयन के अनुसार, ईरान ने इन सामग्रियों को रखने के लिए एक गुप्त ठिकाना ढूंढ लिया है। अमेरिका और उसके साथियों के लिए अब इन ठिकानों को खोजना मुश्किल होगा। हालांकि, अमेरिका की क्षमता को देखते हुए, कहा जा सकता है कि वह इन ठिकानों को ढूंढ सकता है। डॉ. नयन ने IAEA और अन्य देशों के बयानों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है।
ईरान ने बमबारी का बदला लेने का संकल्प लिया
इस बीच, ईरान ने अपने तीन प्रमुख परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिका द्वारा की गई बमबारी का बदला लेने का संकल्प लेते हुए रविवार को कहा कि अमेरिकी हमलों के ‘‘दीर्घकालिक परिणाम’’ होंगे। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची की यह प्रतिक्रिया उसके तीन परमाणु प्रतिष्ठानों फोर्दो, नतांज और इस्फहान में अमेरिका द्वारा बी2 बमवर्षकों के जरिये घातक ‘बंकर बस्टर’ बम गिराये जाने के कुछ घंटों बाद आई।
ईरान बोला-बमबारी अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले के बाद दावा किया कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठान ‘‘पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।’’ अरागची ने कहा कि अमेरिका ने ईरान के शांतिपूर्ण तरीके से संचालित हो रहे परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला कर संयुक्त राष्ट्र घोषाणा पत्र, अंतरराष्ट्रीय कानून और परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) का ‘‘गंभीर उल्लंघन’’ किया है। उन्होंने कहा, ‘‘आज सुबह की घटनाएं अपमानजनक हैं और इनके दीर्घकालिक परिणाम होंगे। संयुक्त राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य को इस अत्यंत खतरनाक, अराजक और आपराधिक व्यवहार से चिंतित होना चाहिए।’’
ईरान को आत्मरक्षा में कार्रवाई करने का वैध अधिकार
ईरानी समाचार एजेंसी तस्नीम की खबर के अनुसार, विदेश मंत्री ने कहा कि उनका देश अपनी ‘‘संप्रभुता, हित और लोगों’’ की रक्षा के लिए ‘‘सभी विकल्प’’ सुरक्षित रखे हुए है। अरागची ने कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए मॉस्को जा रहे हैं। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने कहा कि अमेरिकी हमले ने ईरान को आत्मरक्षा में कार्रवाई करने का वैध अधिकार दिया है, जिसमें ‘‘आक्रामक गठबंधन के आकलन से भी परे जाने का विकल्प’’ भी शामिल हैं।