भारत के हमलों से घबराया पाकिस्तान
सीएनएन के कार्यक्रम में फरीद जाकरिया ने फॉरेन पॉलिसी मैगजीन के एडिटर इन चीफ रवि अग्रवाल से पूछा कि इसका क्या मतलब है कि आखिरकार अमेरिका को एहसास हुआ कि उसे इसमें शामिल होना ही होगा? इस पर रवि अग्रवाल ने जवाब दिया- ऐसा कुछ हुआ, और यह सब इतनी जल्दी हुआ। तो यह पूरा संघर्ष मूल रूप से लगभग चार दिनों तक चला। और जब भारत ने गुरुवार और शुक्रवार के आसपास पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमला करना शुरू किया, तो याद रखें, यह 1971 के बाद से पाकिस्तानी क्षेत्र में सबसे अंदर तक किया गया हमला था।
अमेरिका ने इस कारण किया हस्तक्षेप?
उन्होंने आगे कहा, “रिपोर्टिंग से संकेत मिलता है कि इसके कुछ हमले पाकिस्तान के परमाणु कमान केंद्रों में से एक के करीब से गुजरे। और यह अमेरिका के लिए यह संकेत हो सकता है कि इस्लामाबाद को घेर लिया गया है। और अगर वे इसमें शामिल नहीं होते हैं तो यह आगे बढ़कर अकल्पनीय विकल्प तक पहुंच सकता है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाए।”