Monday, July 21, 2025
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यमन में फांसी की सजा का सामना कर रही केरल की नर्स निमिषा प्रिया, जान बचाने के लिए आगे आए मुस्लिम धर्मगुरु

यमन में फांसी की सजा का सामना कर रही केरल की नर्स निमिषा प्रिया, जान बचाने के लिए आगे आए मुस्लिम धर्मगुरु

कोझिकोड: केरल की एक नर्स निमिषा प्रिया को यमन में फांसी की सजा होने वाली है। सुन्नी मुस्लिम धर्मगुरु कंथापुरम एपी अबूबकर मुसलियार उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। वह यमन के धार्मिक नेताओं और मृतक के परिवार से बात कर रहे हैं। निमिषा प्रिया पर 2017 में एक यमनी नागरिक की हत्या का आरोप है। उन्हें 16 जुलाई को फांसी दी जा सकती है। मुसलियार उन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।भारतीय नर्स पर क्या आरोप?सूत्रों ने बताया कि मुसलियार (94) ने यमन में धर्मिक नेतृत्व के साथ बातचीत की है और वह मृतक तलाल अब्दो मेहदी के परिजनों के संपर्क में हैं। तलाल अब्दो मेहदी यमनी नागरिक था जिसकी भारतीय नर्स ने 2017 में कथित तौर पर हत्या कर दी थी। मुसलियार को भारत के मुफ्ती ए आजम की उपाधि प्राप्त है और उन्हें आधिकारिक तौर पर शेख अबूबक्र अहमद के नाम से भी जाना जाता है।कब दी जानी है फांसी?केरल निवासी नर्स निमिषा प्रिया को अपने यमनी व्यापारिक साझेदार मेहदी की हत्या करने के मामले में 16 जुलाई को फांसी की सजा दी जानी है। सूत्रों ने बताया कि दियात (ब्लड मनी) दिए जाने को लेकर बातचीत हो चुकी है और केरल में संबंधित पक्षों को इसकी जानकारी दे दी गई है। हालांकि, बातचीत की स्थिति के बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है।कब सुनाई गई थी फांसी की सजा?यमन में लागू शरिया कानून के अनुसार, दियात कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त क्षमादान वित्तीय मुआवजा है जो दोषी की तरफ से मारे गए व्यक्ति के परिजन को दिया जाता है। इस बीच, सूत्रों ने बताया कि बातचीत को सुगम बनाने के लिए मुसलियार के मुख्यालय में एक कार्यालय खोला गया है। पलक्कड़ जिले की रहने वाली निमिषा प्रिया को 2020 में मौत की सजा सुनाई गई थी और 2023 में उसकी अंतिम अपील खारिज कर दी गई थी।सरकार हरसंभव प्रयास कर रहीवह वर्तमान में यमन की राजधानी सना की जेल में कैद है। इससे पहले दिन में केंद्र ने उच्चतम न्यायालय को सूचित किया कि 16 जुलाई को फांसी की सजा का सामना कर रही नर्स के मामले में सरकार कुछ खास नहीं कर सकती। अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणि ने न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ को बताया कि सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।

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