मार्क्सशीट देखकर टेंशन में स्टूडेंट
छात्रों का कहना है कि रिजल्ट की गड़बड़ी से उन्हें मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है। कई छात्रों के मार्क्सशीट रोके गए हैं, तो कुछ को फेल दिखा दिया गया। पहले के समेस्टर में उन्होंने सभी विषयों की परीक्षा दी और बेहतर प्रदर्शन किया था। छात्रों ने इस गलती के लिए विश्वविद्यालय और संबंधित कॉलेज प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।
BRAU ने तोड़ा ‘लापरवाही रिकॉर्ड’
ये कोई पहली बार नहीं है जब BRAU के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी की बात सामने आई हो। पहले भी विश्वविद्यालय की यूजी और पीजी परीक्षाओं में अंक जोड़ने, उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन और परिणाम प्रकाशन में भारी लापरवाही की शिकायतें मिलती रही हैं। छात्रों का कहना है कि ऐसी गलतियों से उनका करियर खतरे में पड़ जाता है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन हर बार इसे मामूली चूक बताकर पल्ला झाड़ लेता है।
48 घंटे में सबकुछ ठीक करने का दावा
पूरे मामले को लेकर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने सफाई दी है। उनका कहना है कि तकनीकी या मानवीय गलती के कारण ऐसा हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले दो दिन के भीतर सभी गड़बड़ियों को सुधार लिया जाएगा और छात्रों को सही मार्क्सशीट उपलब्ध कराए जाएंगे।