AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया की गिरफ्तारी की कहानी सामने आई है। पुलिस सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को जानकारी दी है कि केस दर्ज होने के बाद से निकिता लगातार अपना ठिकाना बदल रही थी। पुलिस से बचने के लिए वह सिर्फ वॉट्सऐप कॉल ही कर रही थी। इतना ही नहीं, वह लगातार अग्रिम जमानत लेने की कोशिश में लगी थी। इस दौरान निकिता ने एक फोन कॉल किया था, जिसकी वजह से बेंगलुरु पुलिस ने उसे ट्रैक करके शनिवार को गुरुग्राम से अरेस्ट कर लिया। निकिता की गिरफ्तारी के बाद शनिवार को ही पुलिस ने उसके भाई अनुराग सिंघानिया और मां निशा सिंघानिया को प्रयागराज से पकड़ लिया। तीनों को दो हफ्ते की पुलिस रिमांड में भेजा गया है। निकिता के चाचा अशोक सिंघानिया अभी फरार हैं। 9 दिसंबर को AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने बेंगुलरु में अपने फ्लैट में सुसाइड नोट और वीडियो बनाकर जान दे दी थी। इसके बाद अतुल के परिवार ने पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके परिवार पर अतुल को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगाए थे। घर पर ताला लगाकर फरार था परिवार
बेंगलुरु पुलिस ने जैसे ही निकिता और उसके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज किया, वे सभी उत्तर प्रदेश के जौनपुर स्थित घर पर ताला लगाकर फरार हो गए। जब बेंगलुरु पुलिस के जवान जौनपुर में निकिता के घर पहुंचे तो उन्होंने सिंघानिया के घर एक नोटिस चिपकाया, जिसमें उन्हें तीन दिन के अंदर पेश होने के लिए कहा गया। इस दौरान पुलिस ने परिवार के करीबी रिश्तेदारों की सूची बनाई और उन पर नजर रखी। ग्रुरुग्राम में पीजी में रह रही थी निकिता
गुरुग्राम आने के बाद निकिता रेल विहार में पीजी में रहने लगी, इस दौरान उसकी मां और भाई उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के झूसी कस्बे में छिपे थे। वे सभी वॉट्सऐप कॉल के जरिए एक दूसरे से बात करते थे। लेकिन, निकिता ने गलती से अपने एक करीबी रिश्तेदार को कॉल कर दिया। इसके बाद पुलिस ने टावर लोकेशन को ट्रैक किया औरअरेस्ट कर लिया। पुलिस ने निकिता से उसकी मां को कॉल करवाया, जिसके बाद उसकी मां और भाई को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस तीनों को देर रात की फ्लाइट से बेंगलुरु ले गई और मेडिकल जांच कराने के बाद उन्हें रविवार सुबह मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। निकिता बोली- अतुल मुझे परेशान करता था
पुलिस के मुताबिक, निकिता ने बताया है कि उसने कभी अतुल को परेशान नहीं किया, बल्कि अतुल उसे परेशान कर रहा था। उसने यह भी कहा कि उसने अगर पैसा ही चाहिए होता तो वह कभी अपना बेंगलुरु वाला घर छोड़कर नहीं आती। 1 घंटे 20 मिनट का VIDEO बनाकर अतुल ने सुसाइड किया
मूल रूप से बिहार के रहने वाले अतुल सुभाष ने 24 पेज का सुसाइड लेटर लिखा और अपनी जिंदगी खत्म कर ली। उनका शव बेंगलुरु के मंजूनाथ लेआउट में उनके फ्लैट से बरामद हुआ था। मरने से पहले उन्होंने 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो भी बनाया। सुसाइड से पहले उन्होंने कोर्ट के सिस्टम और पुरुषों के खिलाफ झूठे केस पर भी सवाल उठाए। सुसाइड नोट के 4 पॉइंट