लाइबेरिया में बड़ी आबादी अंग्रेजी बोलती है
सीआईए द्वारा प्रकाशित एक फैक्ट शीट के अनुसार, लाइबेरिया में 20 प्रतिशत लोग अंग्रेजी बोलते हैं। यह देश मुख्य रूप से ईसाई है और इसे 19वीं शताब्दी में अमेरिका के गुलामों द्वारा बसाया गया था। यहां दो दर्जन से अधिक स्वदेशी भाषाएं भी बोली जाती हैं, जिनमें लाइबेरियाई अंग्रेजी के प्रकार भी शामिल हैं। बोकाई (80) ने वेस्ट अफ्रीका कॉलेज में पढ़ाई की। फिर उन्होंने लाइबेरिया विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल की। उन्होंने कंसास स्टेट यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाई की।इसी तरह ट्रम्प ने फरवरी में फ्रांस के नेता इमैनुएल मैक्रों से मिलने पर फ्रेंच बोलने के लिए उनकी तारीफ की थी। ट्रम्प ने कहा था, “मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या कहा, लेकिन यह सबसे सुंदर भाषा है।”सेनेगल, गैबोन, मॉरिटानिया और गिनी-बिसाऊ के नेता भी बुधवार को वाशिंगटन, डीसी में राष्ट्रपति से मिलने आए थे। ट्रम्प ने उनसे कहा कि उनके देशों में “कीमती जमीन, अपार खनिज, बहुत तेल भंडार और अद्भुत लोग हैं।”
अफ्रीकी देशों के प्रति ट्रम्प का खराब रवैया
अपने पहले कार्यकाल में ट्रम्प ने अफ्रीकी देशों को “शिटहोल देश” कहा था। उन्होंने यह बात एक द्विदलीय इमिग्रेशन समझौते को अस्वीकार करते हुए कही थी। इस समझौते में सैकड़ों हजारों युवा प्रवासियों को निर्वासन से बचाने की बात थी। ताजा घटना के बाद ट्रम्प की टिप्पणियों को लेकर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं। कुछ लोगों का कहना है कि ट्रम्प को लाइबेरिया के बारे में जानकारी नहीं है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि ट्रम्प ने जानबूझकर ऐसा कहा ताकि वह बोकाई को नीचा दिखा सकें। ट्रम्प की टिप्पणियों से यह भी पता चलता है कि वह अभी भी अफ्रीकी देशों को लेकर नकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं। यह दृष्टिकोण उनके पहले कार्यकाल के दौरान भी देखा गया था, जब उन्होंने अफ्रीकी देशों को “शिटहोल देश” कहा था।