कांग्रेस और बीजेपी को आड़े हाथों लिया
AAP नेता अनुराग ढांडा ने कहा, ‘भारतीय राजनीति को साफ करने के लिए, हमें इस पर्दे के पीछे के गठजोड़ को खत्म करना होगा। राहुल गांधी और मोदी मंच पर विरोधी दिख सकते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि वे एक-दूसरे के राजनीतिक अस्तित्व की गारंटी बन गए हैं। कांग्रेस की कमजोर राजनीति BJP को मजबूत करती है, और BJP का शासन कांग्रेस के भ्रष्टाचार को छुपाता है।’
‘लोकसभा चुनावों के लिए था गठबंधन’
ढांडा ने जोर देकर कहा कि इंडिया ब्लॉक विशेष रूप से 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए बनाया गया था। उन्होंने कहा, ‘गठबंधन ने यह सुनिश्चित किया कि विपक्षी दलों को 240 सीटें मिलीं – यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि AAP के लिए गठबंधन का मकसद पूरा हो गया था और पार्टी अब इस ब्लॉक का हिस्सा नहीं है।
संसद में विपक्ष का साथ देगी AAP
ढांडा ने TOI को बताया, ‘AAP हर राज्य का चुनाव अपने दम पर लड़ेगी, हम इस साल के अंत में बिहार में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।’ ढांडा ने कहा, ‘हालांकि, संसद में हमारे सांसद देश के लिए जो सबसे अच्छा होगा उसके आधार पर विपक्ष के रुख का समर्थन करेंगे और हमारे सांसद लोकसभा और राज्यसभा दोनों में उसी के अनुसार मतदान करेंगे।’
कांग्रेस और AAP के बीच तनातनी जगजाहिर
AAP और कांग्रेस के INDIA ब्लॉक के सहयोगी होने के बावजूद उनके बीच समीकरण अस्थिर रहे हैं। सीट बंटवारे की बातचीत और कांग्रेस की दिल्ली इकाई के गठबंधन के भारी विरोध के बाद, दोनों दलों ने आखिरकार दिल्ली के साथ-साथ गुजरात और हरियाणा में लोकसभा चुनावों में सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन पंजाब में एक-दूसरे के खिलाफ थे।
AAP ने कांग्रेस के कारण गठबंधन से बनाई दूरी
पिछले साल, दोनों दल हरियाणा विधानसभा चुनावों में सीट-बंटवारे पर आम सहमति पर पहुंचने में विफल रहे और एक-दूसरे के खिलाफ लड़े। इस साल की शुरुआत में दिल्ली विधानसभा चुनावों में भी दोनों दलों ने एक कड़वी लड़ाई लड़ी थी, जिसने इस बात पर एक बड़ा सवालिया निशान लगा दिया था कि AAP और कांग्रेस INDIA ब्लॉक में सहयोगी के रूप में कैसे आगे बढ़ेंगे।