‘मुझे बम से उड़ाने की कोशिश कर रहे’
उन्होंने कहा कि चिराग पासवान के विरोधियों ने हमेशा उन्हें रोकने की कोशिश की है, उनकी पार्टी को तोड़ दिया और बाद में उन्हें उनके घर से घसीट कर बाहर निकाल दिया, उन्हें सड़कों पर अपने हाल पर छोड़ दिया, लेकिन चिराग पासवान को कुछ भी नहीं तोड़ सका। केंद्रीय मंत्री ने ‘उन्हें तोड़ने’ की नाकाम कोशिशों के बारे में विस्तार से बात करने के बाद कहा, ‘अब उन्होंने एक नई साजिश रची है। वे अब मुझे बम से उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वे भूल जाते हैं कि चिराग पासवान शेर का बेटा है। वह झुकना नहीं जानता और उसे डराना नामुमकिन है।’
सोशल मीडिया पर मिली थी चिराग को धमकी
लोजपा (रामविलास) के सदस्यों से जब पार्टी अध्यक्ष के इस चौंकाने वाले दावे के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया, ‘हो सकता है कि यह हाल ही में एक सोशल मीडिया ‘ट्रोल’ के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी का संदर्भ हो।’ ये इशारा पटना के साइबर पुलिस थाने में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश कुमार भट्ट की ओर से उस इंस्टाग्राम यूजर के खिलाफ दर्ज कराई गई, जिसने चिराग पासवान को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।
चिराग पासवान का सनसनीखेज खुलासा
हाजीपुर के सांसद ने कहा, ‘कई लोग चिराग पासवान के ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ नारे से नाराज हैं, जो उनकी जातिवादी राजनीति की जड़ों पर प्रहार करता है। ऐसे लोगों ने सत्ता में रहते हुए राज्य को गरीबी और पिछड़ेपन में धकेला था और अब विधानसभा चुनाव से पहले, वे झूठे वादों से लोगों को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं।’ चिराग पासवान की टिप्पणी लालू प्रसाद के छोटे बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना माना जा सकता है।
चिराग पासवान ने की मुंगेर में रैली
पशुपति पारस द्वारा (लोजपा) में कराए गए विभाजन के परिणामस्वरूप, अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान की स्थापित लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में अलग-थलग पड़ गए चिराग पासवान ने उन दिनों के बारे में भी बताया, जब उन्हें राजनीतिक वनवास में रहना पड़ा था। हालांकि, पिछले साल लोकसभा चुनावों के दौरान गठजोड़ की पेशकश के साथ भाजपा ने उन्हें अपने साथ कर लिया।इनपुट- भाषा